Spread the love

परिपाटी न्यूज़ मीडिया ग्रुप

रिपोर्ट-अजीत कुमार सिंह
पीपीएन मोहम्मदी लखीमपुर खीरी 13 अप्रैल। जिले में ग्राम पंचायतों द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रहे विकास कार्यों का डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने सीडीओ अनिल कुमार सिंह संग ब्लॉक नकहा की ग्राम पंचायत भोजपुर, महोला व सिरैचा में स्थलीय भ्रमण कर सत्यापन किया।डीएम-सीडीओ अचानक करीब 12:30 बजे ब्लॉक नकहा में मनरेगा के तहत चल रहे विकास कार्यों का स्थलीय सत्यापन के लिए कलेक्ट्रेट से रवाना हुए। सर्वप्रथम दोनों अधिकारी ब्लॉक नकहा के ग्राम पंचायत भोजपुर में मनरेगा से प्राक्लन लागत रु. 364973 से पेनी तालाब की खुदाई व सफाई कार्य को देखने पहुंचे, जहां उन्होंने मनरेगा श्रमिक कैलाश व निर्मला देवी से बातचीत की, उनसे पूर्व में किए गए कार्य व भुगतान की जानकारी ली। कार्य के एवज में पूरा पैसा मिलने, प्रधान व किसी अन्य द्वारा पैसा लिए जाने के संबंध में पूछताछ की। श्रमिकों ने कहा साहब पूरा पैसा मिला ओर किसी को कोई पैसा नहीं दिया। उन्होंने मास्टर रोल, श्रमिकों के जॉब कार्ड भी देखें। डीएम ने तालाब में पानी जाने के लिए इनलेट नहीं बनाने पर कड़ी फटकार लगाई। ग्राम सचिव व रोजगार सेवक से इनलेट का कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्होंने तालाब के तटबंध पर पौधारोपण कराने व बेंच निर्माण कराने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि जल के परंपरागत स्रोतों का जीर्णोद्धार किया जाए। उन्होंने मनरेगा के जेई व तकनीकी सहायक को ।

ठीक ढंग से कार्य करने की चेतावनी दी। मौके पर मौजूद बीडीओ आलोक कुमार वर्मा को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों में संचालित विभिन्न कार्यों का नियमित निरीक्षण किया जाए।इसके बाद डीएम व सीडीओ ग्रापं महोला पहुंचे, जहां उन्होंने मनरेगा से प्राथमिक विद्यालय महोला से मथुरा के घर तक भूमि विकास कार्य देखा। डीएम के पूछने पर ग्राम सचिव ने बताया कि छह जनवरी से कार्य शुरू हुआ। जिसकी प्राक्कलन लागत 96 लाख, अनुमानित मानव दिवस 423 दिन व इस कार्य में 19 श्रमिक नियोजित है। सीडीओ ने निर्देश दिए कि सभी पात्र व्यक्तियों को मनरेगा में काम के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके बाद दोनों अधिकारी ब्लॉक नकहा की ग्रापं सिरैया पहुंचे, जहां उन्होंने प्राक्कलन

लागत 2.79 लाख लागत से सिरैचा हद से चहमलपुर हद तक बंधा निर्माण का कार्य देखा। निरीक्षण में डीएम ने काम कर रहे मनरेगा श्रमिकों के बातचीत करके जॉब कार्ड व उनमें अंकित प्रविष्टियों का सत्यापन किया। निर्देश दिया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) में मानकों की अनदेखी कदापि ना हो यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए

By hariom

हरिओम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *