रिपोर्ट -अजय कुमार यादव/ परिपाटी न्यूज़ मीडिया कानपुर
कानपुर। बारिश के पानी के कारण किसी आवासीय कालोनी में नहर सा नजारा देखने को मिले तो कानपुर के स्मार्ट सिटी के दावे पर सवाल उठना स्वाभाविक है। जहां पर एक ही पार्टी के सांसद, विधायक, नगर प्रमुख और पार्षद की अधिकता हो और वहां के निवासियों को वर्षा के पानी के कारण हुए जलभराव का सामना करना पड़े तो उपरोक्त माननियों के विकास के दावे हवा हवाई साबित होते हैं।
गोविंद नगर स्थित श्रम विभाग द्वारा निर्मित चरण सिंह कालोनी का अपने स्थापना काल से दुर्भाग्य है कि लंबे समय तक आवश्यक नागरिक सुविधाओं का अभाव बना रहा है। कभी खड्ड में निर्मित कालोनी के नाम से बदनाम चरण सिंह कालोनी में आज भी बारिश के पानी के निकास की समुचित व्यवस्था नहीं बन पाई।
पूर्व विधायक अजय कपूर के विधायकी काल में जरुर कालोनी में सीसी सड़क का निर्माण हुआ , और जनता को थोड़े समय के लिए राहत मिली। इसके बाद के वर्षों में खासतौर पर बारिश के कारण जलभराव की विकट समस्या से नागरिक हलकान होते रहे। वर्तमान विधायक महेश त्रिवेदी ने शायद ही चुनाव जीतने के बाद कॉलोनी में भ्रमण किया हो । कालोनी के वाशिंदे अब इस भरोसे से ही विकास की संभावना रखते हैं कि श्रम विभाग की कालोनी जल्द से जल्द नगर निगम को हस्तांतरित हो तो यहां की समस्या समाप्त हो जाए।


