
रिपोर्ट- सतवेन्दर सिंह गुजराल
नूरपुर, बिजनौर (परिपाटी न्यूज़)क्षेत्र के ग्राम गोहावर स्थित श्रीराम संतोष गार्डन में संगीतमय सुंदर काण्ड पाठ कथा वाचक आचार्य दिनेश भारद्वाज द्वारा श्री रामाभिन्दन कार्यक्रम किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने सुंदर काण्ड का पाठ सुन धर्म लाभ कमाया। क्षेत्र के ग्राम गोहावर स्थित श्री राम संतोष गार्डन परिवार के इंजीनियर कवीश राणा को अमृत महोत्सव हनुमंत यज्ञ में 22 जनवरी, प्रभु श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण प्राप्त हुआ है। मालूम हो कि 22 जनवरी को यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी प्राण प्रतिष्ठा समारोह

का शंखनाद करेंगे। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.20 बजे, श्री रामलला की मूर्ति मंत्रों उच्चारण के साथ प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। हनुमंत यज्ञ में 13 जनवरी की दोपहर तक अयोध्या पहुंचना है। इंजीनियर कवीश राणा ने कहा कि परम सौभाग्यशाली हूं कि अयोध्या की पावन भूमि पर 1990 में गांव से 11 लोगों की टोली के साथ प्रथम बार कार सेवा में गोली, लाठी एवं डंडों का सामना किया था और गिरफ्तार कर नैनी जेल भेजा गया। नैनी जेल कर सेवकों से भरी होने एवं प्रदेश की प्रक्रिया में देर होने के कारण अपनी टोली सहित नैनी जेल के गेट के बाहर से ही पुनः कारसेवा के लिए चले गए। लेकिन दुर्भाग्य रहा कि पुनः अयोध्या नहीं पहुंच सका। तथा 15 दिन बाद गांव वापस आए और मंत्री महावीर सिंह के नेतृत्व में नूरपुर थाने में गिरफ्तारी दी। तथा 21 दिन बिजनौर जेल में रहे, इस जेल में भी लाठी डंडों एवं गोली का सामना करना पड़ा। हनुमंत प्रेरणा रामकाज बिना मुझे कहां विश्राम के मंत्र के साथ श्री राम ज्योति धर्म सभा दिल्ली द्वितीय वार 1992 में कार सेवाकर विवादित जीण छिण मंदिर ढांचे को ध्वस्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। हम सब सौभाग्यशाली हैं जो अपनी आंखों से प्रभु श्रीराम मंदिर का निर्माण होते देख रहे हैं। साथ ही परम सौभाग्यशाली हूं, कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि अवश्य ही कुछ कर्म अच्छे रहे होंगे, और प्रभु श्रीराम से एक ही प्रार्थना करता हूं कि समाज सेवा करते हुए हमेशा सत्य के मार्ग पर चलता रहूं। ताकि कभी भी कोई भूलकर भी गलत कार्य न हो ऐसी शक्ति प्रदान करें। शनिवार को श्रीराम संतोष गार्डन में राम का अभिनंदन एवं सुंदरकांड का आयोजन कार्यक्रम कर अयोध्या में पूजित अक्षत गांव के प्रत्येक परिवार में वितरण करने के लिए टोलियो का गठन किया गया। ताकि पूजित अक्षतो को अपने-अपने घर के पूजा स्थल में रखकर 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन चंदन तिलक कर अपने सर पर धारणकर मंदिर सार्वजनिक स्थान पर लाइव टेलीकास्ट देखते हुए प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में भागीदार बने रात्रि में दीपोत्सव कर धर्मार्थ लाभ उठाएं।